29 जुलाई 2010

जयललिता ( Jaylalita )



वन के हर संघर्ष को मुंहतोड़ जवाब दे कर ही अम्मा यानी जयललिता आज नारी शक्ति का प्राय बन गई हैं। 24 फरवरी, 1948 को जयललिता का जन्म तमिलनाडु के एक अय्यर परिवार में हुआ। महज 2 साल की उम्र में जयललिता के पिता उन्हें माँ के साथ अकेला छोड़ चल बसे।

इस के बाद शुरू हुआ गरीबी और अभाव का वह दौर जिस ने जयललिता को इतना मजबूत बना दिया की आज वे विषम परिस्थितियों में भी खुद को सहज बनाए रखती हैं। विपक्ष के लिये ख़तरा और अपने चाहने वालों के बीच अम्मा के नाम से मशहूर जयललिता ने अपनी राह अपनेआप तय की।

पिता की मौत के कुछ समय बाद ही जयललिता पढ़ाई छोड़ कर माँ संध्या के साथ चेन्नई आ गईं। जीवनयापन के लिये संध्या ने तमिल सिनेमा में काम करना शुरू कर दिया और जयललिता की पढाए भी आगे बढ़ने लगी। माँ के मार्गदर्शन में उन्होंने फिल्मों में जाने वाली राह चुनी।

सिनेमा जगत में फहराया परचम
जयललिता न सिर्फ तमिल सिनेमा बल्कि तेलुगु सिनेमा में भी पहचान बनाई। 1972 में तमिलनाडु सरकार ने उन्हें कलईमामनी अवार्ड दिया। कुछ हिंदी फिल्मों में काम करने के साथसाथ उन्होंने कई फिल्मों के गीतों को अपनी आवाज भी दी।

राजनीति के गलियारे में
जयललिता के राजनीतिक सफ़र की शुरूआत एमजीआर के सान्निध्य में हुई। 1981 में जयललिता ने एआईएडीएमके एक साथ पार्टी में थे तब तक जयललिता की पार्टी में काफी सुनी जाती थी, लेकिन 1987 में एमजीआर की मौत के बाद जब एमजीआर की दूसरी पत्नी वीएन जानकी को पार्टी ने मुख्यमंत्री बनाया, तो पार्टी में जयललिता की मजबूती घट गई। लेकिन जब 1 साल बाद ही करूणानिधि ने द्रमुक बना कर पार्टी को 2 हिस्सों में बाँट दिया, तो अन्नाद्रमुक की कमान जयललिता को सौंपी गई। बस, फिर क्या था जयललिता ने एकएक कदम संभालसंभाल कर रखा और साल  1989 में वे पहली बार चुनाव जीत कर विपक्ष की चुनाव जीतने वाली महिला नेता बनीं।

अपने राजनीतिक दौर में उन्होंने बहुत काम दिए। महिलाओं को सक्षम बनाने हेतु सेल्फ हेल्प कार्यक्रमों का आयोजन, शिक्षा को बढ़ावा और बरसात के पानी को संरक्षित करने जैसे मुद्दों पर खूब काम किये।

जयललिता का नाम कई बार अपराधिक मामलों के लिये भी उछाला गया। सरकारी धन को अपने शौक व सुखसाधनों की पूर्ती के लिये इस्तेमाल करने का आरोप भी उन पर लगा। मीडिया पर भी जयललिता ने दबाव बनाने की कोशिश की और 'द हिन्दू' के सम्पादक तक को अरैस्ट करा  दिया। वजह महज यह रही की उस ने जयललिता के खिलाफ छापा था।