02 जून 2010

आर्थराइटिस से पीड़ित हैं, केयर कीजिए

यदि आपकी हड्डियां कह रही हैं कि यह सर्दी मुश्किल भरी है , तो आपको थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए। कुछ सावधानियों के साथ आप अपनी जिंदगी को आसान बना सकते हैं :

सर्दियों और आर्थराइटि का चोली दामन का साथ है। यूं तो इससे पीड़ित लोग पूरे साल तकलीफ में रहते हैं , लेकिन जाड़े और बरसात में यह समस्या गंभीर रूप ले लेती है। हालांकि अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए , तो इस दौरान होने वाली इस परेशानी से बचा जा सकता है। अपोलो हॉस्पिटल के सीनियर कन्सलटेंट और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ . आर . के . शर्मा का कहना है कि आर्थराइटि भले ही परेशान करने वाली बीमारी लगती हो , लेकिन ठंड से खुद को बचा कर , नियमित व्यायाम और हेल्दी डाइट लेकर आर्थराइटि से पीड़ित लोग ठंड को भी इंजॉय कर सकते हैं।

आर्थराइटि से पीड़ित 70 से 85 प्रतिशत लोगों के लिए मौसम के लिए संवेदनशील होते हैं। रियूजमेटाइड़ आर्थराइटि जैसी बीमारी सर्दियों में ज्यादा परेशान करती है। इसकी वजह सर्दियों में लोगों का कम चुस्त होना भी हो सकता है। इसलिए सर्दियों में यह जरूरी है कि रोज एक्सरसाइज की जाए। साथ ही इन बातों का भी खयाल रखें :

- जोड़ों का दर्द सर्दियों में और बदतर हो जाता है , इसलिए इसकी अपना खास खयाल रखें।

- जल्दी सुबह और देर शाम की सैर को नजर अंदाज करें , यानी सूर्योदय का इंतजार करें , सूर्यास्त का नहीं।

- अपने पालतू कुत्ते को अपने साथ सैर पर ले जाएं। आप उसके साथ व्यायाम का आनंद ले पाएंगे और भावनात्मक रूप से खुद को संतुष्ट महसूस करेंगे।

- बाहर जाना हो , तो ऐसे कपड़े पहनें , जो आपको गरमाहट प्रदान करें। अगर आप बाहर जाना चाहते हैं , तो जरूरी है कि आपके शरीर पर पर्याप्त कपड़े हों।

- यदि कहीं टूर पर जा रहे हैं , तो अपनी दवाइयों को समय पर लें।

- खुद को अत्यधिक ठंडे तापमान से बचाएं। ज्यादा मेहनत वाली ऐक्टिविटीज को नजरअंदाज करें। बाहर कम तापमान होने की स्थिति में घर के अंदर रहना ही उचित है।

- ऐसा भोजन करें , जिसमें वसा व कैलरी की मात्रा कम हो। अगर वेट ज्यादा न हो , तो अखरोट और ड्राई फ्रूट्स नियमित रूप से लें। ज्यादा फैट , ऑयली और नॉन वेज भोजन अवॉइड करें। सर्दियों के दौरान स्वस्थ और संतुलित आहार लेना जरूरी है। जितना हो सके , ताजे फल व सब्जियां खाएं।

- फिसलन भरी जगहों पर सावधान रहें और चोट लगने से बचें।

- हेल्थ क्लब या जिम जाएं। डांसिंग या वॉटर एरोबिक्स में हिस्सा लें। डॉक्टर के कहने पर आप ट्रेडमिल्स या एक्सरसाइज बाइक्स जैसी मशीनों का प्रयोग कर सकते हैं।