30 मई 2010

अगर थकान करती है परेशान...

बिजी शेडयूल फॉलो करने वाले लोग अक्सर नींद की कमी और थकान की शिकायत करते हैं। आइए, जानते हैं कि एनर्जी क्राइसिस की क्या वजह है और इसे हम कैसे दूर कर सकते हैं ।

क्या आपको सुबह बेड से उठने में परेशानी होती है या फिर दिन में लंच के बाद थोड़ी देर डेस्क पर सिर रखकर झपकी लेने का मन करता है? अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो इस परेशानी से जूझने वाले आप अकेले नहीं है। दरअसल, हममें से तमाम लोग एनर्जी लॉस का शिकार हो रहे हैं।

क्या वजह है?
आजकल की बिजी लाइफ में हम लोग अच्छी और पूरी नींद नहीं ले पाते। बिजी शेड्यूल और नींद की कमी वजह से थकान हो जाती है। इसके अलावा, सही डाइट न लेना भी थकान की एक वजह है। अगर आप कुकीज या फिर एक कप कॉफी लेते हैं, तो उस वक्त तो आपको अच्छा महसूस होगा, लेकिन बाद में इससे आपकी एनर्जी बढ़ने की बजाय कम ही होगी। जो लोग हमेशा थके रहते हैं, वे इसी तरह की परेशानी का शिकार होते हैं। डिहाइड्रेशन से पहले भी इंसान को थकान होने लगती है।

क्या महिलाएं अलग हैं?
महिलाओं की सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि वे किसी चीज के लिए इंकार नहीं कर पातीं। वैसे, उन्हें यह सीखना चाहिए, क्योंकि अगर वे कहीं अपनी लिमिट से ज्यादा काम करती हैं, तो उन्हें एनर्जी लॉस होनी शुरू हो जाएगी। उन्हें किसी पर दया दिखाने और उसके बदले में एनर्जी वेस्ट करने में फर्क समझना चाहिए। वैसे, महिलाएं पुरुषों के मुकाबले शुगर भी ज्यादा लेती हैं और इस वजह से भी वे ज्यादा थकती हैं।

इसके अलावा, महिलाओं की जंक फूड खाने की क्षमता भी पुरुषों के मुकाबले कम होती है और इन चीजों को खाने से पुरुषों को इतना नुकसान नहीं पहुंचता। महिलाओं की कमजोरी का आइडिया इसी बात से लगाया जा सकता है कि मासिक धर्म के दौरान 20 से 80 पर्सेंट तक महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है। भले ही उनमें खून की कमी ना हो, लेकिन वे थकी-थकी रहती हैं, ज्यादा सोच नहीं पातीं, उन्हें सही तरह नींद नहीं आती और उन्हें सर्दी जुकाम भी जल्दी हो जाता है। यही नहीं, महिलाओं को थायराइड की परेशानी भी ज्यादा होती है। फिर महिलाएं छोटी-छोटी बातों पर चिंता करने लगती हैं, जबकि पुरुष बहुत ज्यादा परेशानी नहीं होने तक तमाम लक्षणों को इग्नोर करते रहते हैं।

कैसे पाएं एनर्जी
अगर स्प्रिचुअल पॉइंट ऑफ व्यू से सोचें, तो हम जिस चीज के बारे में ज्यादा सोचते हैं, वैसा ही महसूस करते हैं। जिस चीज के बारे में हम नहीं सोचते, वैसा महसूस भी नहीं करते। इसलिए हमें अपनी सीमाओं में रहकर ही सोचना चाहिए और सही शेड्यूल फॉलो करना चाहिए। सबसे पहले आपको ब्रेकफास्ट जरूर करना चाहिए, फिर चाहे आपको भूख हो या न हो। अपना खाना हमेशा अपने साथ रखें और उसमें प्रोटीन व विटामिन की जरूरी मात्रा जरूर शामिल करें। दिन शुरू होने के बाद पानी पीने में ज्यादा देर न करें। कोशिश करें कि दिन में आपको आयरन की सही मात्रा मिले।

अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं, तो मिठाई की जगह फल वगैरह खाकर काम चलाएं। अपने खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाकर फैट की मात्रा कम करें। बिस्तर पर जाने से तीन घंटे पहले खाना खा लें। दिन में एक कॉफी पीने के बाद और कॉफी न लें, क्योंकि इससे नींद पर असर पड़ता है व थकान होती है। अगर किसी दिन आप सही तरीके से खाना नहीं खा पा रहे हैं, तो कोशिश करें कि उस दिन सॉलिड मल्टी विटामिन व मिनरल सप्लिमेंट लें। रोजाना एक्सर्साइज जरूरी है, फिर चाहे वह वॉक ही क्यों ना हो और तनाव से बचना भी जरूरी है। बावजूद इसके, सबसे ज्यादा जरूरी चीज यह है कि आपको यह पता होना चाहिए कि आपकी बॉडी किस वक्त किस चीज की डिमांड कर रही है और आपसे क्या कहना चाह रही है।

एनर्जी लॉस महसूस होने पर क्या करें
उठकर कहीं बाहर घूमने जाएं। सूरज की रोशनी में बैठकर अपनी एनर्जी को दोबारा इकट्ठा करें। इसके अलावा, म्यूजिक भी एनर्जी को वापस पाने का एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। एनर्जी पाने का एक तरीका यह भी है कि करीब 10 मिनट तक हॉट स्टीम लें और उसके बाद टब को ठंडे पानी से भरकर उसमें बैठ जाएं। इस पूरे प्रोसेस में 15 मिनट लगेंगे और आप काफी समय के लिए रीचार्ज हो जाएंगे।