17 मई 2010

गहरा रहस्य छुपा है देवताओं के वाहनों में

इतने विशाल गणेश जी का वाहन चूहा ? किसी की सवारी एक नाजुक सा हंस तो किसी ने राष्ट्रीय पक्षी मोर को ही अपना वाहन बना लिया। क्या यह संभव है ? अगर यूं ही सतही दृष्टि से सोचेंगे तो शायद किसी निर्णय पर पहुंच भी नहीं पाएंगे। इसलिये जरूरत है गहन चिंतन-मनन की। मंथन से निकला नवनीत ही हमें किसी सुनिश्चत निर्णय पर पहुंचा सकता है। आइये जानिये विभिन्न देवी-देवताओं के अद्भुत.... वाहनों के विषय में ताकि चिंतन-मनन का सिलसिला चल पड़े-
- गणेश : चूहा
- शिव : नंदी बैल
- दुर्गा : सिंह
- हनुमान : ऊंट, पृथ्वी
- कार्तिकेय : मोर
- विष्णु : गरुड़
- सरस्वती : हंस
- ब्रह्मा : हंस
- गायत्री : हंस
- दत्तात्रेय : कुत्ता
- भैरव : कुत्ता
- यमराज : भैंसा
- इंद्र : ऐरावत हाथी
- सूर्य : अश्व
- मंगल : मेढ़ा
- कुबेर  : पुष्पक विमान
- कालरात्रि : गधा
- शैलपुत्री : बैल
- गणगौरी : बैल
- बुध : सूंड वाला शेर
- शुक्र : घोड़ा
- चंद्र : काला हिरण
- ब्रहस्पति : हाथी
- केतु : गिद्ध
- राहु : शेर
- शनि : कौआ