23 अप्रैल 2010

कष्ट निवारण - उपाय - 3

कार्य में सफलता प्राप्ति हेतु
किसी भी शुभकार्य सौदे या समझौते पर जाने से पूर्व अपने पूजा स्थान में घी का दीपक जलाकर मां भगवती का ध्यान करते हुए सर्वमंगल मांगल्ये शिवेसर्वासाधिके शरण्येत्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते। मंत्र का जाप करके घर से बाहर निकलें, सफलता मिलेगी।

दांपत्य संबंधों में प्रगाढ़ता के लिए
यदि पति-पत्नी दोनों एक साथ रहने में कठिनाई महसूस करते हों, एक-साथ रहने के सारे प्रयास यदि विफल हो रहे हों तो किसी भी सोमवार के दिन दोनों पति-पत्नी अशोक वृक्ष की पूजा करके 11 पत्ते तोड़कर लाएं। स्वच्छ जल व गंगाजल से पवित्र करके दोनों पति-पत्नी पंचोपचार पूजन करें। हर रोज घी का दीपक जलाकर एक माला गायत्री मंत्र की जाप करें। ऐसा वापस सोमवार आएं तब तक करें। सोमवार के दिन नए पत्ते रखें और पुराने पत्ते बहते पानी में प्रवाह कर दें। ऐसा करने से दांपत्य प्रेम प्रगाढ़ हो जाएगा।

परीक्षा से भय
यदि आपका बच्चा परीक्षा देते समय घबराता हो, यदि वह याद किया हुआ पाठ भूल जाता हो तो यह उपाय परीक्षा के एक महीने पूर्व शुरू कर दें। हर रोज गणेश जी के मंदिर में जाकर 11 बूंदी के लडडू चढ़ाएं, और वहीं बैठकर ॐ वक्रतुण्डाय महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ:। निर्विघं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा। साथ ही इस एकदन्तो महाबुद्धिये, सर्वज्ञो गणनायक:। सर्वसिद्धि करो देवा गौरी पुत्र विनायक:॥ मंत्र का 11 बार जाप करें। ऐसा पूरे महीने हर रोज करें। सफलता मिलेगी।

परेशानियों से छुटकारा हेतु
हर रोज नित्यकर्म से निवृत होकर स्नानोपरांत हनुमान जी के मंदिर में मिट्टी के दीपक में चमेली का तेल भरकर पांच बत्ती का दीपक प्रज्वलित करें और वहीं बैठ कर एक पाठ हनुमान बाहुक का रोज करने से सभी प्रकार की बाधायें व परेशानियों का निवारण हो जाएगा।

गृह-बाधा शमन व सुरक्षा हेतु
हर रोज स्नानोपरांत मुख्य दरवाजे के बाहर कुंकुंम व केसर घोलकर स्वास्तिक बनाएं। उसके ऊपर हल्दी से रंगे पीले चावल की ढेरी बनाए और ढेरी के ऊपर चौमुखा घी का दीपक रख दें। ऐसा नियमित करने से आपका घर समस्त प्रकार की बाधाओं से सुरक्षित रहेगा।

दांपत्य सुख में वृद्धि के उपाय
विवाह-शादी के सात दिन पूर्व पीले कपड़े में नौ हल्दी साबुत गांठ, 9 पुराने पीतल के सिक्के, 9 टुकडे क़ेसर, 9 टुकड़े गुड़, 9 जोड़े चने की दाल बांधकर पोटली बना दे और अपने सामने रख दें। घी का दीपक जलाकर सर्वमंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्यै त्र्यम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते। इस मंत्र की 5 माला जाप करें। जाप के उपरांत अपने ऊपर से 9 बार उसार करके किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख के आ जाएं। ऐसा नियमित 7 दिन करने से वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।

संतान सुख की उपलब्धि हेतु
संतान सुख की प्राप्ति के लिए मंगलवार के दिन अपने वजन के बराबर गेहूं का आटा पीसवा लें और उसकी 108 बड़ी गोली बना लें। इन गोलियों को अच्छी तरह सेंक कर जब यह ठंडी हो जाएं तो अपने हाथ से गाये को खिला दें। ऐसा 43 मंगलवार करें। अवश्य सफलता मिलेगी।

वैवाहिक सुख हेतु
यदि चाहते हुए वैवाहिक सुख नहीं मिल पा रहा है, हमेशा पति-पत्नी में किसी बात को लेकर अनबन रहती हो तो किसी भी शुक्रवार के दिन यह उपाय करें। मिट्टी का पात्र ले जिसमें सवा किलो मशरूम आ जाएं। मशरूम डालकर अपने सामने रख दें। पति-पत्नी दोनों ही महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला जाप करें। तत्पश्चात इस पात्र को मां भगवती के श्री चरणों में चुपचाप रखकर आ जाएं। ऐसा करने से मां भगवती की कृपा से आपका दांपत्य जीवन सदा सुखी रहेगा।

दांपत्य सुख में वृद्धि के उपाय
विवाह-शादी के सात दिन पूर्व पीले कपड़े में नौ हल्दी साबुत गांठ, 9 पुराने पीतल के सिक्के, 9 टुकडे क़ेसर, 9 टुकड़े गुड़, 9 जोड़े चने की दाल बांधकर पोटली बना दे और अपने सामने रख दें। घी का दीपक जलाकर सर्वमंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्यै त्र्यम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते। इस मंत्र की 5 माला जाप करें। जाप के उपरांत अपने ऊपर से 9 बार उसार करके किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख के आ जाएं। ऐसा नियमित 7 दिन करने से वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।

तनाव से छुटकारा हेतु
रवि पुष्य नक्षत्र के दिन श्रद्धापूर्वक सफेद आक के पौधे का पंचोपचार यानी धूप, दीप, नैवेद्य, पुष्प और अक्षत पूजन करें। और लकड़ी से खोदकर छोटा सा जड़ का टुकड़ा लें। इस जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर या किसी चांदी के ताबीज में भरकर गले में धारण करने से संपूर्ण मानसिक तनाव से छुटकारा मिलेगा।