01 मार्च 2009

श्री खाटू श्याम जी क़ी आरती


आरती

आरती श्री खाटू श्याम जी क़ी
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे॥
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय॥
रतन जडित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे।
तन के सरिया बातो, कुंडल श्रवण पड़े॥ ॐ जय॥
गल पुष्पों क़ी माला, सर पर मुकुट धरे।
खेवत धुप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले ॥ ॐ जय॥
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवन भोग लगावत, सेवा नित्य करे॥ ॐ जय ॥
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग धुरे।
भक्त आरती गाव, जय-जयकार करे॥ ॐ जय॥
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे॥ ॐ जय॥
श्री श्याम बिहारी जी क़ी आरती जो कोई नर गावे।
कहत सदानंद स्वामी, मंवांचित फल पावे॥ ॐ जय॥
तन मन धन सब कुछ तेरा, जो बाबा सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण, क्या लागे मेरा॥ ॐ जय॥
जय श्री श्याम हरे, बाबा श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे॥ ॐ जय॥