17 मार्च 2010

करियर विकल्प - सशस्त्र सेना : करियर नहीं, एक परंपरा

वर्दी में सजे-धजे किसी भी फौजी अफसर को देखते ही सीना गर्व से तन जाता है, फौजी वर्दी में सजे ये युवा अधिकारी हज़ारों की भीड़ में भी अलग ही दिखाई देते हैं।

देश की खातिर मर मिटने का ये जज्बा, इनकी चुनौतीभरी जीवनशैली, अनुशासन से भरे ये युवा अधिकारी केवल रोजी-रोटी कमाने के उद्देश्य से ही सेना में भर्ती नहीं होते अपितु जीवन में कुछ कर दिखाने के जोश-जुनून, कर्तव्य पालन और उससे भी बढ़कर देश की अस्मिता की रक्षा करने की दृढ़ इच्छा रखते हैं। देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत मातृभूमि पर अपना सर्वस्व न्योछावर कर भारतीय सेना की दशकों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हैं।

देश की रक्षा करने का जज्बा ही युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता है, वरना सेना में जाने के बजाए युवा किसी अन्य क्षेत्र में भी अपना भविष्य देख सकता है।

वर्तमान में युवाओं में रक्षा सबंधी सेवाओं के प्रति रुझान बहुत बढ़ गया है। उच्च वेतनमान, आकर्षक भत्ते, विभिन्न सुविधाओं और सामाजिक प्रतिष्ठा से सज्जित इन सेवाओं में अपना करियर बनाने के लिए केन्द्रीय सरकार द्वारा संघ लोकसेवा आयोग का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से वर्षभर समय-समय पर इन सेवाओं में भर्ती के अवसर निकाले जाते हैं। संघ लोकसेवा आयोग द्वारा वर्षभर रक्षा सेवाओं के लिए निम्न परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं -

सम्मिलित रक्षा सेवा (सीडीएस) वर्ष में दो बार आयोजित होती है। नौसेना, वायुसेना और थलसेना के लिए होने वाली इस परीक्षा के लिए स्नातक तथा 12वीं कक्षा भौतिकी व गणित विषयों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। आवेदक की उम्र 19 से 23 वर्ष के मध्य होना चाहिए। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद प्रतियोगी को शारीरिक, मानसिक परीक्षण व चयन समिति द्वारा लिए जाने वाले साक्षात्कार से गुजरना पड़ता है।

शारीरिक मापदंड - आवेदक की ऊँचाई 162.5 सेमी हो, उसे रतौंधी न हो तथा दृष्टि 6/6 हो। आवेदक से अपेक्षा की जाती है कि वह निर्धारित दूरी की दौड़ नियत समय में पूरी कर सके तथा अन्य शारीरिक परीक्षण में खरा उतरे। इस दौरान आवेदक की श्रवणशक्ति तथा अन्य परीक्षण भी किए जाते हैं।

इसके अलावा रक्षा सेवा की विभिन्न तकनीकी, चिकित्सा शाखाओं तथा इलेक्ट्रॉनिक्स/दूरसंचार/विद्युत/इलेक्ट्रॉनिकी एवं संचार/यंत्र विज्ञान/कम्प्यूटर विज्ञान में डिग्री या वैमानिकी/यांत्रिकी में इंजीनियरी की उपाधि, इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक उपाधि प्राप्त महिलाएँ तकनीकी शाखा में नियुक्ति पा सकती हैं। आवेदक की उम्र 19-28 वर्ष के मध्य होना चाहिए।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। इस परीक्षा के माध्यम से सशस्त्र सेना के तीनों अंगों नौसेना, वायुसेना और थलसेना के लिए उम्मीदवार चयनित किए जाते हैं। इस परीक्षा में सम्मिलित होने की आयु सीमा 16 वर्ष से 19 वर्ष तक तथा शिक्षा- 10वीं, 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है, साथ ही उम्मीदवार का अविवाहित होना भी अत्यंत आवश्यक है।

अर्धसैनिक बल - केन्द्रीय पुलिस संगठन (सीपीओ) की परीक्षा वर्ष में एक बार होती है। सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल व केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (ग्रेड 2 असिस्टेंट कमांडेंट, ग्रेड 3 सब-इंस्पेक्टर) के लिए यह आयोजित की जाती है। आवेदक की आयु सीमा 19 से 25 वर्ष तथा न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक या समकक्ष है।

उपरोक्त सेवाओं के लिए लिखित परीक्षा व व्यक्तिगत साक्षात्कार के अलावा शारीरिक योग्यता का भी परीक्षण होता है जिसमे लंबी दौड़, बाधा दौड़ तथा विभिन्न प्रकार की शारीरिक गतिविधियाँ होती हैं।

इसके अलावा नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के माध्यम से भी सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) में चयनित होकर अंशकालिक सेवाओं (थलसेना, वायुसेना) में अधिकारी के रूप में भर्ती हुआ जा सकता है तथा सभी प्रमुख रक्षा संस्थानों के माध्यम से भी समय-समय पर तकनीकी व अन्य पदों से सम्बन्धित रिक्तियाँ निकलती रहती हैं ।

सशस्त्र सेना में महिलाओं के लिए अवसर -
थलसेना : भारतीय थलसेना में विशेष भर्ती योजना के तहत विभिन्न पदों की रिक्तियों पर महिला प्रत्याशियों को नियुक्त किया जाता है। थलसेना में आर्मी सर्विस कोर के अंतर्गत खाद्य वैज्ञानिक व केटरिंग ऑफिसर पद पर नियुक्ति की जाती है। इनके लिए शैक्षणिक योग्यता माइक्रोबायलॉजी/बायो केमिस्ट्री (ऑरगेनिक कैमेस्ट्री) में स्नातकोत्तर उपाधि व बी.एस-सी. (गृह विज्ञान) अथवा होटल मैनेजमेंट में तीन वर्षीय डिप्लोमा आवश्यक है।

सेना आयुध विभाग में भर्ती के लिए आवेदक को प्रथम या द्वितीय श्रेणी में वाणिज्य/अर्थशास्त्र/भौतिकी/रसायन विज्ञान में स्नातक अथवा कम्प्यूटर विज्ञान में डिप्लोमाधारी होना चाहिए तथा उम्र 19 से 25 वर्ष के मध्य। एलएलबी डिग्री प्राप्त आवेदक की उम्र 21 से 27 वर्ष के मध्य होना चाहिए। इसके अलावा आर्मी एज्युकेशन ब्रांच में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए आवेदक के पास किसी भी विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों से स्नातकोत्तर उपाधि हो तथा आयु 21 से 25 वर्ष के बीच हो।

भारतीय नौसेना - भारतीय नौसेना में महिलाओं की भर्ती विभिन्न संवर्गों में की जाती है। वायु परिवहन नियंत्रण शाखा में भर्ती के लिए आवेदक को न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों में भौतिकी व गणित में स्नातक नौसेना के कैडर के पदों हेतु एलएलबी डिग्री न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ होना चाहिए। नौसेना के लॉजिस्ट संवर्ग में रोजगार प्राप्त करने के लिए आवेदक को बीए (अर्थशास्त्र) द्वितीय श्रेणी/बी.कॉम द्वितीय श्रेणी अथवा सामग्री/वित्त प्रबंधन में डिप्लोमा के साथ स्नातक उपाधि होना चाहिए। नौसेना की शिक्षा शाखा में भी रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। नौसेना में भर्ती से संबंधित विस्तृत जानकारी इस पते से प्राप्त की जा सकती है- डायरेक्टोरेट ऑफ मैन पॉवर प्लानिंग एंड रिक्रूटमेंट, नेवल हेडक्वार्टर्स, रूम नं. 204, सी.विंग, सेवा भवन, नई दिल्ली-110011।

भारतीय वायुसेना - भारतीय वायुसेना में महिलाओं पायलट/नेवीगेटर के पदों पर नियुक्ति पा सकती हैं। इसके लिए उन्हें स्नातक तथा 12वीं कक्षा भौतिकी व गणित विषयों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। आवेदक की उम्र 19 से 23 वर्ष के मध्य होना चाहिए। पायलट एप्टीट्यूड बेट्री टेस्ट में सफल होने के बाद प्रतियोगी को मनौवैज्ञानिक परीक्षण व साक्षात्कार से गुजरना पड़ता है। उन्हें रतौंधी न हो तथा वे चश्मा नहीं लगाती हों।

इसके अलावा रक्षा सेवा की विभिन्न तकनीकी शाखाओं यथा इलेक्ट्रॉनिक्स/दूरसंचार/विद्युत/इलेक्ट्रॉनिकी एवं संचार/यंत्र विज्ञान/कम्प्यूटर विज्ञान में डिग्री या वैमानिकी/यांत्रिकी में इंजीनियरी की उपाधि, इलेक्ट्रॉनिक में बी.टेक. उपाधि प्राप्त महिलाएँ तकनीकी शाखा में नियुक्ति पा सकती हैं। आवेदक की उम्र 19-28 वर्ष के मध्य होना चाहिए। भौतिकी में एम.एस-सी. प्राप्त युवती मिट्रियोलॉजिकल शाखा अथवा मौसम विभाग में रोजगार प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए आवेदक की उम्र 20 से 25 वर्ष के मध्य होना चाहिए।

इन सेवाओं में जाने वालो को एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि ये सेवाएँ सिर्फ आजीविका कमाने का जरिया ही नहीं हैं बल्कि ये आपको देश तथा समाज के लिए कुछ कर दिखाने का अवसर प्रदान करती हैं। इन सेवाओं में वही लोग जा सकते हैं जिनमें दृढ़ इच्छाशक्ति तथा कुछ अलग कर दिखाने का जुनून होता है। केवल क्षणिक जोश से इन सेवाओं में सफलता नहीं मिलती।

अधिक जानकारी के लिए संबंधित वेबसाइट दी गई हैं।

www.upsc.gov.in
http://armedforces.nic.in/
http://www.indianarmy.nic.in
http://indianairforce.nic.in