19 मार्च 2010

घरेलु उपचार 3

कमर दर्द
· एरण्ड के बीज की 7 मींगी दूध में पीस कर पिलाने से कमर दर्द से राहत महसूस होती है।
· कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए जायफल को पानी में घिसकर तिल क तेल में मिलाकर अच्छी तरह गर्म करने के बाद ठण्डा होने पर कमर पर मालिश करने से विशेष लाभ होता है।

सिर दर्द
· यदि सिर दर्द हो रहा हो तो तुलसी की 4-5 पत्तियां खालें, सिर दर्द में आराम मिलता है। यदि बहुत तेज सिर दर्द हो तो 3-4 बार तुलसी की पत्तियां खाने से सिर दर्द ठीक हो जाता है।
· 25 ग्राम नारियल की सूखी गिरी और 25 ग्राम मिश्री सूर्य उगने से पहले खाने से सिर दर्द ठीक हो जाता है।

टांसिल
· घेंघा और टांसिल्ज में गाजर का रस प्रतिदिन 200 ग्राम लगातार दोपहर के समय दो-तीन मास पीने से आशातीत सफलता मिलती है।
· गर्म पानी में ग्लिसरीन मिलाकर गरारे करने से टांसिलाइटिस में फायदा होता है।
. टांसिल बढ़ गया हो तो बड़ के पत्तों पर तेल लगाकर सेंक करने से तथा सोंठ डालकर बांधने से टांसिल ठीक हो जाता हैं।
· टांसिल पर फिटकरी के चूर्ण की ग्लिसरीन के साथ रुई की फुरेरी से गले की तकलीफें दूर हो जाती है।
वमन (उल्टी)
· यदि खाने के बाद कलेजे में जलन या फिर पीली-पीली उल्टी हाें तो सुबह एक गिलास तरबूज के जूस में मिश्री मिलाकर पीने से उल्टी आनी बंद हो जाती है और प्यास भी कम लगती है।
· अनार जूस में एक चम्मच शहद के साथ देने से वमन की शिकायत दूर हो जाती है।

लकवा
· आधा लीटर सरसों का तेल में 250 ग्राम लहसुन को पीसकर इन दोनों को दो किलो पानी लोहे की कड़ाही में मिलाकर गर्म करें। जब सारा जल जाये तो उतार कर ठण्डा करें। ठण्डा होने पर छानकर नित्य इस तेल की मालिश करें। इस तरह एक माह प्रयोग करने से लकवा ठीक हो जाता है।
· एक ओर के अंग में लकवा हो गया हो तो 25 ग्राम छिला हुआ लहसुन पीसकर दूध में उबालें। खीर की तरह गाढ़ा होने पर उतार कर ठण्डा होने पर नित्य प्रात: खाली पेट खाने से लकवा ग्रस्त अंग धीरे-धीरे काम करने लगता है।

मुंह में छाले
· यदि मुंह में छाला हो गया हो तो तुलसी के पत्ते चबाने से छाले ठीक हो जाते हैं।
· एक गिलास ताजा पानी में 100 ग्राम टमाटर का जूस में मिलाकर कुल्ला करने से मुंह तथा होंठ व जीभ के छाले ठीक हो जाते हैं। जिन्हें बार-बार छाले होते हैं वे टमाटर का अधिक सेवन करें तो फायदा होता है।

बाल सम्बन्धी बीमारियां
· पानी के साथ मेथी को पीसकर बालों में लगाने से बालों का जड़ना बंद हो जाता है तथा रूसी भी गायब हो जाती हैं।
· मेहंदी की पत्तियों के साथ आंवले को पीसकर बालों की जड़ों में लगाने से बाल काले, मुलायम, घने और लंबे होते हैं।

बेहोशी आने पर
· यदि छोटे बच्चे को बेहोशी का दौरा पड़ गया हो तो हींग और लहसुन को एक साथ कपडे में बाँधकर बच्चे के गले पर रखने से फायदा होता है।
· तुलसी के 21 पत्तों को पीसकर हलका सा नमक मिलाकर, उसका रस नाक में डालने से बेहोशी, मर्ूच्छा में फायदा होता है।

शारीरिक कमजोरी
· शारीरिक दुर्बलता में एक कप पालक तथा एक कप गाजर के जूस में आधा कप चुकन्दर और आधा कप सेब का जूस मिला कर दिन में तीन बार सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है।
· पानी में 10 बादाम को रात में भिगों दें। सुबह इन्हें छीलकर पीस लें। इसमें एक छटांक मक्खन थोड़ी मिश्री मिलाकर डबलरोटी के साथ खायें। ऊपर से दूध पी लें। छ: माह में ही दुर्बलता दूर हो जाती है और मस्तिष्क भी तेज हो जाता है।

बहरापन
· लहसुन की 7 कलियों को 50 ग्राम तिल्ली के तेल में तलकर उसकी दो बूंदें कान में डालने से कुछ दिनों में कान का बहरापन ठीक हो जाता है।
· यदि किसी को कम सुनाई दे रहा हो तो बीस ग्राम आक के सूखे पत्तों को गौमूत्र के छींटे देकर पीसकर लुगदी बनाकर दो चम्मच कड़वे तेल में भून लें। ठंडा होने पर यह तेल दो-दो बूँद कानों में डालते रहने से धीरे-धीरे बहरापन दूर हो जाता है और सुनाई पड़ने लगता है।
· 10 ग्राम कलमी शोरा, 5 ग्राम फिटकरी तथा तीन ग्राम नौसादर को सौ ग्राम कड़वे तेल में पकाकर शीशी में भर लें। रोज रात को कानों में टपकाते रहें। दिन-ब-दिन बहरापन दूर होता जायेगा।
· प्याज का रस थोड़ा गर्म करके कान में डालने से बहरापन दूर होता है। कान के दर्द में भी प्याज का रस फायदेमंद होता है।