31 जनवरी 2010

समय रहते शादी-शांपिंग से आयोजन बने यादगार

वेडिंग प्लानर
विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार एवं रोमांचक क्षण है, जो जीवन को नया मोड़ देता है विवाह की खट्टी मीठी अनुभूतियों को व्यक्ति आजीवन अपनी स्मृतियों की किताब में सहेजकर रखता है द्वार पर सजे बंदनवार, ढोलक की थाप पर गूंजते मंगलगीत, सांसी ठिठोली से जीवंत होता घर, मान मनुहार और प्रेम पगा आथित्य सत्कार पहले यही तो थे शादी वाले घर के प्रतीक, लेकिन बदलते समय के साथ विवाह सिर्फ संस्कार नहीं बल्कि बेहद महत्वपूर्ण आयोजन हो गया है जहाँ प्रतिष्ठा और नाम दोनों दांव पर लगे रहते हैं विवाह समारोह के सफल आयोजन के लिए पंडित द्वारा शुभ मुहर्त निकलते ही लोग तैयारियां शुरू कर देते हैं सभी चाहते हैं कि सारी खरीदारी समय पर शुरू करें और समय रहते ही पूरी कर ली जाए जरा सी चूक हो गयी तो ऐसे कडवे अनुभवों से दो-चार होना पद सकता है, जो आपको दे जायेंगे जिंदगी भर का मलाल समय पर शांपिंग कर लेते तो हर जरुरी वस्तु का ध्यान रहता शादी में कुछ हफ्ते बचे हों, और फिर शादी शांपिंग शुरू की जाए तो तैयार रहिये कई मुसीबतों के लिए-पहले तो कम समय में ढेर सारी शांपिंग निपटाने का टेंशन, फिर कई महत्वपूर्ण चीजें भूल जाने का दर, भारी भीडभाड में शांपिंग कि जद्दोजहद मनपसंद चीज न मिलने पर समझौता करने की मजबूरी और पैसा खराब होने का दुख और न जाने क्या क्या कुल मिला कर अच्छे खासे फंक्शन का मजा किरकिरा हो जाता है इसीलिए शादी से महीने या दो महीने पूर्व शादी शांपिंग करने में ही समझदारी है प्लानिंग हर व्यक्ति के जीवन के इन अविस्मरणीय क्षणों को न सिर्फ आनंदायक बनाने में बल्कि सम्पूर्ण आयोजन को आसानी से संपन्न कराने में सहायक होती है विवाह एक बड़ा समारोह है, और इसके सम्बन्ध में पूर्व में प्लानिंग बहुत जरुरी है क्योंकि अनेकों निर्णय इसके साथ जुड़े होते हैं, और कार्यों की लिस्ट लम्बी है, और समय कम


बजट: आप विवाह के लिए बजट कैसे मानगे करेंगे? यदी आपके माता-पिता द्वारा इसका निर्धारण किया गया है तो बेहतर अथवा आप अपने मित्रों व परिचितों से भी इसके संबंध में सलाह मशविरा कर सकते हैं सर्व प्रथम अपने खर्चो के संबंध में अपना बजट निर्धारित करें अपने आप्शनल व अति आवश्यक आइटम्स के संबंध में एक लिस्ट बनाएं

प्रत्येक मद के लिए निश्चित रकम निर्धारित करें एक से अधिक सर्विस प्रोवाइडर से खर्च होने वाली अनुमानित राशी का ब्यौरा लें ऐंगेजमेंट- अमूमन वर-वधू पक्ष में अंगूठियों व उपहारों का आदान प्रदान होता है इसके लिए जरुरी है कि अंगूठियों की खरीदारी पहले ही कर ली जाए ताकि सेरेमनी से पूर्व ही वर-वधू इसे पहन कर देख सकें व साइज़ का निर्धारण कर सकें

गेस्ट लिस्ट-आपके मेहमानों की संभावित संख्या के अनुसार ही आप स्थान, अकोमोडेशन, केटरिंग व फ़ाइनेंस आदि तय करें अपने मेहमानों के पोस्टल एड्रेसेज व मोबाइल नम्बर्स आदि का रिकॉर्ड अपडेट रखें व उसकी सूची बनाएं
अपने परिवार के सदस्यों से विचार विमर्श कर ही मेहमानों की सूचि बनाएं

इन्विटेशन कार्ड्स- आजकल विभिन्न डिजाइनों व पैटर्न्स में आमंत्रण पत्र बाजार में उपलब्ध हैं, यदी विवाह की रस्में अधिक हैं और आपका बजट सीमित है तो एक साधारण व ट्रेडिशनल कार्ड का चयन करें
प्रिंटर को कार्ड का आर्डर समय रहते ही कर दें और कुछ मात्रा अधिक ही प्रिंट करवाएं
विवाह स्थल का छोटा सा मैप भी साथ में प्रिंट करवाना न भूलें
इससे बहार से आने वाले मेहमानों को सुविधा रहेगी

सर्विस प्रोवाइडर्स
केटर्स, फोटोग्रफेर्स, वीदिओग्रफेर्स, फ़्लोरिस्टिस, डीजे, प्रिंटर्स, आदि से समय रहते ही अच्छी सर्विस व कीमतों के संबंध में नेगोशिएट कर लें और विवाह की तिथि की अनुसार उन्हें बुक कर लें एक ही सर्विस से सम्बन्धी अनेक सर्विस प्रोवाइडर्स से बातचीत कर मोलभाव करें कभी भी पूर्व में ही अधिक राशी एडवांस में न दें और सभी कान्ट्रेक्ट्स औपचारिक रूप से हस्ताक्षरित करा लें

विवाह स्थल
विवाह स्थल- विवाह की थीम, मेहमानों की संख्या और निभाई जाने वाली रस्मों पर निर्भर करता है विवाह स्थल की जगह, इलेक्ट्रिसिटी, पॉवर बैक-अप आदि तथा फायर सेफ्टी का मुआयना करें यदी विवाह का आयोजन आउटडोर किया गया है तो वैदर कंडीशन आदि का पूर्व में पता कर रखें व सम्बंधित विभागों से पूर्व में ही अनुमति ले लेवें

टॉप टिप्स
  • सबसे पहले एक कांपी लीजीये और उस्मिएँ विवाह की तैयारियों से सम्बंधित हर महत्वपूर्ण बात लिखते जाईये
  • अपने बजट के अनुसार यह तय कीजेये कि विवाह कितने बड़े स्टार का करना है, और उस दौरान कौन कौन से फंक्शन करने जा रहे हैं
  • शापिंग कहाँ से करनी है ज्वेलरी और गिफ्ट्स कहाँ से खरीदने हैं, कार्ड्स की प्रिंटिंग कहाँ से होनी है इत्यादि
  • मेहमानों की लिस्ट बनाएं
  • स्थान का चयन मेहमानों की संख्या के अनुसार करें कहीं ऐसा न हो कि मेहमान अधिक आ जाएँ और उन्हें जहमत उठानी पड़े
  • केटरर, होटल या रेस्तरां के मेन्यू तथा सैम्पल डिस्कस करें
  • वेडिंग इनविटेशन कार्ड बन्ने दे दीजिये
  • प्रोफेशनल फोटोग्राफर या वीडियोग्राफ़र का चुनाव करें और उन्हें समय रहते बुक कर लें विवाह के सीजन में उनके पास समय का अभाव रहता है और इन्हें बुक करने में अधिक पैसा भी खर्च करना पड़ सकता है
  • डेकोरेशन कैसी हो, कारपेट फ्लोरिंग कौन सी चाहिए संगीत की व्यस्था कैसी हो, लाउड स्पीकर्स की आवाज कितनी हो, लाइटिंग कहाँ कहाँ करें, आदि इन सब बातों को एक डायरी में नोट करते जाएं
  • ये वे जरुरी बातें हैं, जिनते बाते में विवाह तय होने के तुरंत बाद विचार करना आरम्भ कर देना चाहिए पंडित से बात कर लें
  • केटरर्स, फ़्लोरिस्टिस, म्यूजिशिंयस, ब्यूटीशिंयस आदि का नंबर अपनी डायरी में रखें
  • निमंत्रण पत्र भेजिए
  • वेडिंग रिंग सलेक्ट करें
  • हालाकिं विवाह की तिथि पंडित द्वारा तय की जाती है, लेकिन यह सुनिश्चित अवश्य कर लें कि यह तिथि परिवार में होने वाले किसी अन्य आयोजन से तो नहीं टकराती विवाह से लगभग 3-6 माह पूर्व ही तैयारियां आरम्भ कर देनी चाहिए