03 मार्च 2009

बेताल पच्चीसी


परिचय

बैताल पचीसी (वेताल पचीसी या बेताल पच्चीसी (संस्कृत में वेताल पंचविंशति) पच्चीस कथाओं से युक्त एक ग्रन्थ है। इसके रचयिता बेतालभट्ट बताये जाते हैं जो न्याय के लिये प्रसिद्ध राजा विक्रम के नौ रत्नों में से एक थे। ये कथायें राजा विक्रम की न्याय-शक्ति का बोध कराती हैं। बेताल प्रतिदिन एक कहानी सुनाता है और अन्त में राजा से ऐसा प्रश्न कर देता है कि राजा को उसका उत्तर देना ही पड़ता है। उसने शर्त लगा रखी है कि अगर राजा बोलेगा तो वह उससे रूठकर फिर से पेड़ पर जा लटकेगा। लेकिन यह जानते हुए भी सवाल सामने आने पर राजा से चुप नहीं रहा जाता।

बैताल पचीसी की कहानियाँ भारत की सबसे लोकप्रिय कथाओं में से हैं। इनका स्रोत राजा सातवाहन के मन्त्री “गुणादय” द्वारा रचित “बड कहा” नामक ग्रन्थ को दिया जाता है जिसकी रचना ई. पूर्व 495 में हुई थी । कहा जाता है कि यह किसी पुरानी प्राकृत में लिखा गया था और इसमे 7 लाख छन्द थे। आज इसका कोई भी अंश कहीं भी प्राप्त नहीं है। कश्मीर के कवि सोमदेव ने इसको फिर से संस्कृत में लिखा और कथासरित्सागर नाम दिया। बड़कहा की अधिकतम कहानियों को कथा सरित्सागर में संकलित कर दिए जाने के कारण ये आज भी हमारे पास हैं। “वेताल पन्चविन्शति” यानी बेताल पच्चीसी “कथा सरित सागर” का ही भाग है। समय के साथ इन कथाओं की प्रसिद्धि अनेक देशों में पहुँची और इन कथाओं का बहुत सी भाषाओं में अनुवाद हुआ। बेताल के द्वारा सुनाई गई यो रोचक कहानियाँ सिर्फ़ दिल बहलाने के लिये नहीं हैं, इनमें अनेक गूढ अर्थ छिपे हैं। क्या सही है और क्या गलत, इसको यदि हम ठीक से समझ ले तो सभी प्रशासक राजा विक्रम कि तरह न्याय प्रिय बन सकेंगे, और छल व द्वेष छोडकर, कर्म और धर्म की राह पर चल सकेंगे। इस प्रकार ये कहानियाँ न्याय, राजनीति और विषण परिस्थितियों में सही निर्णय लेने की क्षमता का विकास करती हैं।
.
बेताल पच्चीसी कि सभी कहानियों का संग्रह आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
.
बेताल पच्चीसी – पहली कहानी
बेताल पच्चीसी – दूसरी कहानी
बेताल पच्चीसी – तीसरी कहानी
बेताल पच्चीसी – चौथी कहानी
बेताल पच्चीसी – पाँचवीं कहानी → असली वीर कौन?
बेताल पच्चीसी – छठी कहानी→ स्त्री का पति कौन?
बेताल पच्चीसी – सातवीं कहानी→ राजा या सेवक- किसका बड़ा काम ?
बेताल पच्चीसी – आठवीं कहानी
बेताल पच्चीसी – नवीं कहानी → राजकुमारी किसको मिलनी चाहिए ?
बेताल पच्चीसी – दसवीं कहानी → सबसे बड़ा त्याग किसका ?
बेताल पच्चीसी – ग्यारहवीं कहानी → सबसे कोमल कौन सी राजकुमारी ?
बेताल पच्चीसी – बारहवीं कहानी
बेताल पच्चीसी – तेरहवीं कहानी → सांप, बाज, और ब्रह्मणि, इन तीनो में अपराधी कौन ?
बेताल पच्चीसी – चौदहवीं कहानी → चोर क्यों रोया और फिर क्यों हँसते-हँसते मर गया ?
बेताल पच्चीसी – पंद्रहवीं कहानी → किस की पत्नी ?
बेताल पच्चीसी – सोलहवीं कहान
बेताल पच्चीसी – सत्रहवीं कहानी → कौन अधिक साहसी ?
पच्चीसी – अठारहवीं कहानी → विद्या क्यों नष्ट हो गयी?
बेताल पच्चीसी – उन्नीसवीं कहानी → पिण्ड किसको देना चाहिए?
बेताल पच्चीसी – बीसवीं कहानी → वह बालक क्यों हंसा ?
बेताल पच्चीसी – इक्कीसवीं कहानी → विराग में अँधा कौन ?
बेताल पच्चीसी – बाईसवीं कहानी → शेर बनाने का अपराध किसने किया ?
बेताल पच्चीसी – तेईसवीं कहानी → योगी पहले रोया क्यों फिर हंसा क्यों ?
बेताल पच्चीसी – चौबीसवीं कहानी → रिश्ता क्या हुआ ?
बेताल पच्चीसी – पच्चीसवीं और अन्तिम कहानी
! समाप्त !